इज्जत की नीलामी…
जो जितना तुम्हारा है, तुम भी उसके उतने ही रहो, ज्यादा दिल की गुलामी मे ,इज्जत की नीलामी हो जाती है..!!
Freelancer Entertainment Blogger & Paid Services
जो जितना तुम्हारा है, तुम भी उसके उतने ही रहो, ज्यादा दिल की गुलामी मे ,इज्जत की नीलामी हो जाती है..!!
भीड़ भाड़, रौनक, और मस्ती मे रहने वाले को किसी के अकेलेपन का एहसास कहा होता है!
अपनो के लिए चिंता ह्रदय में होती है, शब्दों में नहीं और अपनो के लिए गुस्सा शब्दों में होता है, ह्रदय में नहीं!
इस संसार में आपका अपना केवल समय है, यदि वो सही है तो सभी अपने, वरना कोई नहीं!
लोग नहीं बदलते, उनका तुमसें interest ख़त्म हों जाता हैं, या फिर उनको कोई और interesting मिल जाता हैं..!
सुनो..अपनों के साथ गेम ना खेला करो, गलती से जीत गए तो बहुत कुछ हार जाओगे।
Kabhi socha hai?bhaag rahe ho jiske piche?agar mil gaya wo, toh kya karoge?Ye jise tum sukoon kehte ho isse bhi sukoon na mila….toh kya karoge?
Ek waqt ayega Sab choot jayega, Tab tum rehna Hum maan lenge mohabbat hai.
Hum dono ko hum jaise bahut milenge, bas hum dono ko hum dono nahi milenge.
शक तो था मोहबत में नुकसान होगा, सारा हमारा होगा ये नही पता था !